तब लोग जिंदा तो होते हैं लेकिन किसी और के अंदर। तू उम्मीद है मेरी तेरी हर चीज अच्छी लगती है। सांसे मेरी, जिंदगी भी मेरी, और मोहब्बत भी मेरी, इम्दाद इमाम असर टैग : दुश्मन शेयर कीजिए न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए हां तेरे https://hindishayri.godaddysites.com/f/shayari-in-hindi---%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%B0%E0%A5%80