उन्हें आनंद जी का एक आम आदमी को थप्पड़ मारना अच्छा नहीं लगा. “द एंड ऑफ द वर्ल्ड इज जस्ट द बिगिनिंग” – नीरज चोपड़ा पत्थर टूटने के बाद मूर्तिकार प्रतिमा बनाने में जुट गया. इधर महामंत्री सोचने लगा कि काश, पहले मूर्तिकार ने एक अंतिम प्रयास और किया होता, https://lokhitkhabar.com/